क्या आप जानते हैं ?
बीएचईएल ने भारत के 74% स्वदेशी परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में टर्बाइन जेनरेटर सेट की आपूर्ति की है।
बीएचईएल द्वारा 1962 में 1500 वोल्ट डीसी ईएमयू के लिए 16 ट्रैक्शन मोटर्स की पहली खेप की आपूर्ति मुंबई में की गई थी। तब से लेकर आज तक बीएचईएल भारतीय रेलवे को ट्रैक्शन मोटर्स की आपूर्ति कर रहा है।
बीएचईएल ने 1982 में देश के पहले मेट्रो रेलवे (कोलकाता मेट्रो) के लिए प्रोपल्शन सिस्टम, ब्रेक सिस्टम, ड्राइव सिस्टम और ट्रैक्शन सब स्टेशनों के सिस्टम डिजाइन से लेकर कमीशनिंग तक के कार्य को निष्पादित किया है।
बीएचईएल द्वारा मध्य प्रदेश के बारसूर और आंध्र प्रदेश के लोअर सिलेरू; दो दूरस्थ स्थानों को जोड़ने वाली भारत की पहली एचवीडीसी परियोजना (100 केवी, 100 मेगावाट राष्ट्रीय एचवीडीसी लिंक) को 1989 में चालू (कमीशन) किया गया था। बाद में इसकी रेटिंग को 200 केवी, 200 मेगावाट तक बढ़ा दिया गया था।
बीएचईएल ने यूएचवीडीसी ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट अर्थात +800 kV मल्टी-टर्मिनल नॉर्थ-ईस्ट से आगरा HVDC प्रोजेक्ट के सफल निष्पादन के साथ ही पश्चिमी क्षेत्र ग्रिड (रायगढ़, छत्तीसगढ़) और दक्षिणी क्षेत्र ग्रिड (पुगलूर, तमिलनाडु) के बीच दूसरे अल्ट्रा हाई वोल्टेज डायरेक्ट करंट (यूएचवीडीसी) (+800 केवी, 6,000 मेगावाट) लिंक को सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया है।
बीएचईएल द्वारा भारतीय नौसेना का स्वदेशी त्रिशूल मिसाइल लांचर विकसित किया गया है।
पिछले पृष्ठ मे वापस जाएं | पृष्ठ अंतिम अद्यतन तिथि : 06-05-2022