बीएचईएल ने गैस टर्बाइन के लिए जनरल इलेक्ट्रिक के साथ सहयोग बढ़ाया
नई दिल्ली, 5 जुलाई: भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) ने जनरल इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजी GmbH स्विट्जरलैंड के साथ गैस टर्बाइन के लिए तकनीकी सहायता एवं लाइसेंस करार (एग्रीमैंट) पर हस्ताक्षर किए हैं।
इस करार पर बीएचईएल की ओर से श्री जय प्रकाश श्रीवास्तव, निदेशक (इंजीनियरिंग, अनुसंधान एवं विकास) एवं निदेशक (वित्त-अतिरिक्त प्रभार) और जीई पावर की ओर से श्री थियोडोरोस स्टैमाटियाडिस (Mr. Theodoros Stamatiadis) एग्जीक्यूटिव काउंसल ने (आभासी रूप से) हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर बीएचईएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ. नलिन सिंघल, जीई गैस पावर साउथ एशिया के सीईओ तथा जीई एयरो-डेरिवेटिव बिजनेस, गैस पावर एशिया के अध्यक्ष एवं सीईओ श्री दीपेश नंदा, बीएचईएल की निदेशक (औद्योगिक प्रणाली एवं उत्पाद) श्रीमती रेणुका गेरा और जीई तथा बीएचईएल के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
बीएचईएल वर्ष 1986 से भारत और विदेशों के विभिन्न ग्राहकों को जीई के डिजाइन किए गैस टर्बाइन का विनिर्माण एवं आपूर्ति कर रहा है। इस विस्तार करार के अंतर्गत, बीएचईएल को गैस टर्बाइन के विद्यमान (एक्सिस्टिंग)/उन्नत (अपरेटेड) और नए मॉडल के संवर्धित (एनहांस्ड) अधिकार मिलेंगे।
बीएचईएल, जीई के साथ मिलकर भारत में गैस टर्बाइन के बाजार में अग्रणी है। बीएचईएल अब तक भारत में विभिन्न तेल रिफाइनरियों, प्रसंस्करण उद्योगों एवं प्रतिष्ठानों (यूटिलिटीज) तथा विभिन्न विदेशी ग्राहकों को लगभग 230 जीई-डिजाइन गैस टर्बाइन की आपूर्ति कर चुका है। इसके अलावा, बीएचईएल और जीई की बराबर हिस्सेदारी वाला संयुक्त उद्यम - बीएचईएल जीई गैस टर्बाइन सर्विसेज (बीजीजीटीएस); पिछले 25 वर्षों से विभिन्न ग्राहकों को स्थापना उपरांत (आफ्टरमार्केट) इंजीनियरिंग, मरम्मत और रखरखाव सेवाएं दे रहा है।
भारत के निवल शून्य उत्सर्जन लक्ष्य एवं ऊर्जा मिश्रण में हरित हाइड्रोजन की उपलब्धता पर फोकस के लिए भविष्य के अनूकूल विद्युत प्रौद्योगिकियों की भी आवश्यकता होगी। इस करार के अनुसार, बीएचईएल विभिन्न ईंधन मिश्रणों अर्थात हाइड्रोजन, मेथनॉल, सिनगैस आदि तथा हाइब्रिड कॉन्फिगरेशन में भी गैस टर्बाइन की आपूर्ति करने में सक्षम होगा। इस प्रकार भारत में त्वरित ऊर्जा संक्रमण (ट्रांजीशन) में योगदान करेगा। साथ ही, एयरो-डेरिवेटिव गैस टर्बाइन के माध्यम से देश के महत्वाकांक्षी नवीकरणीय ऊर्जा निर्माण लक्ष्य के अनुरूप ग्रिड संतुलन में सहयोग करेगा।
इस करार के अंतर्गत अत्याधुनिक गैस टर्बाइन और उनके पुर्जों का स्वदेशी विनिर्माण बीएचईएल के हैदराबाद कारखाने में किया जाएगा। इस प्रकार यह करार भारत की 'आत्मनिर्भर भारत' और 'मेक इन इंडिया' पहल को भी संबल देगा।
Back to previous page | Page last updated date : 15-07-2023