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बीएचईएल ने रायगढ़-पुगलुर +800 केवी, 6000 मेगावाट यूएचवीडीसी लिंक को क्रियान्वित कर एचवीडीसी आधारित पावर ट्रांसमिशन के क्षेत्र में एक और कीर्तिमान स्थापित किया

Date : 10/09/2021

बीएचईएल ने रायगढ़-पुगलुर +800 केवी, 6000 मेगावाट यूएचवीडीसी लिंक को क्रियान्वित कर एचवीडीसी आधारित पावर ट्रांसमिशन के क्षेत्र में एक और कीर्तिमान स्थापित किया

नई दिल्ली, 10 सितंबर: भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) ने पश्चिमी क्षेत्र ग्रिड (रायगढ़, छत्तीसगढ़) और दक्षिणी क्षेत्र ग्रिड (पुगलुर, तमिलनाडु) के बीच +800 केवी, 6,000 मेगावाट अल्ट्रा हाई वोल्टेज डायरेक्ट करंट (यूएचवीडीसी) लिंक के सफल कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए अपनी क्षमता का एक और कीर्तिमान स्थापित किया है।

 

बीएचईएल राष्ट्रीय महत्व की इस प्रतिष्ठित परियोजना के कार्यान्वयन से जुड़कर गौरावान्वित अनुभव कर रहा है। इस परियोजना से विद्युत की कमी से जूझ रहे दक्षिणी ग्रिड को राहत मिलेगी। बीएचईएल ने इस परियोजना के लिए अपने भोपाल प्लांट से कन्वर्टर ट्रांसफॉर्मर, शंट रिएक्टर, फिल्टर बैंक कैपेसिटर एवं इंस्ट्रूमेंट ट्रांसफॉर्मर तथा अपने इलेक्ट्रॉनिक्स डिवीजन, बेंगलुरु से थायरिस्टर वाल्व की आपूर्ति करके महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसके अतिरिक्त अन्य उपकरणों तथा प्रणालियों की आपूर्ति भी की है।

 

इन थाइरिस्टर वाल्व का उपयोग रायगढ़ में आईपीपी द्वारा उत्पादित एसी विद्युत ऊर्जा को 1800 किलोमीटर से अधिक की एचवीडीसी ट्रांसमिशन लाइन पर ट्रांसमिट करने के लिए डीसी विद्युत ऊर्जा में बदलने के लिए किया जाता है तथा फिर इसे दक्षिणी ग्रिड के साथ इंटरकनेक्शन के लिए पुगलूर छोर पर एसी विद्युत ऊर्जा में पुन: बदल दिया जाता है। बीएचईएल ने यह ऐतिहासिक ऑर्डर वर्ष 2016 में हिटाची-एबीबी पावर ग्रिड लिमिटेड के साथ साझेदारी में, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड से प्राप्त किया था। 

 

उल्लेखनीय है कि यह बीएचईएल की यह दूसरी अल्ट्रा हाई वोल्टेज डायरेक्ट करंट (यूएचवीडीसी) ट्रांसमिशन परियोजना है। इससे पहले, बीएचईएल ने सफलतापूर्वक आगरा कन्वर्टर टर्मिनल के लिए विश्व में अपनी तरह की प्रथम, उत्तर-पूर्व आगरा +800 केवी, 6000 मेगावाट, मल्टी-टर्मिनल एचवीडीसी लिंक परियोजना सितंबर-2016 में (द्विध्रुव-1) और सितंबर 2017 में (द्विध्रुव-2) निष्पादित किया था। 

 

बीएचईएल एचवीडीसी परियोजनाओं के भारत में सूत्रपात होने के समय से ही जुड़ा हुआ है। इसके आरंभ समय में बीएचईएल ने बारसूर (छ.ग.) और निचले सिलेरू (आंध्र प्रदेश) के बीच देश में पहला एचवीडीसी लिंक स्थापित किया था। इसके बाद, बीएचईएल कई एचवीडीसी लिंक जैसे रिहंद-दादरी, चंद्रपुर-पडघे तथा बलिया-भिवाड़ी लिंक के सफल निष्पादन से जुड़ा रहा है। कंपनी ने 800 केवी तक के एचवीडीसी उत्पादों के लिए अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधाओं की स्थापना की है कंपनी ईएचवी सबस्टेशनों, एचवीडीसी कन्वर्टर स्टेशनों और पावर सिस्टम स्टडीज द्वारा समर्थित एफएसीटीएस समाधानों की संकल्पना से लेकर चालू होने तक की टर्नकी आधारित परियोजनाओं के ईपीसी ठेकेदार के रूप में कार्य कर रही है 

 

पिछले पृष्ठ मे वापस जाएं | पृष्ठ अंतिम अद्यतन तिथि : 13-09-2021