History of BHEL

बीएचईएल ने आत्मनिर्भर भारत अभियान को गति देने की दिशा में मजबूत स्थानीय आपूर्ति पारिस्थितिकी तंत्र (इकोसिस्टम) के निर्माण के लिए परिचर्चा का आयोजन किया

Date : 10/11/2023

बीएचईएल ने आत्मनिर्भर भारत अभियान को गति देने की दिशा में मजबूत स्थानीय आपूर्ति पारिस्थितिकी तंत्र (इकोसिस्टम) के निर्माण के लिए परिचर्चा का आयोजन किया

नई दिल्ली, 10 नवंबर: माननीय प्रधानमंत्री जी के भारत को आत्मनिर्भर बनाने के विजन के अनुसरण में, भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) ने आज भारत मंडपम में घरेलू व्यवसाय भागीदारों, उद्योग संघों, शिक्षाविदों और अनुसंधान संस्थानों, सरकारी संस्थानों एवं अन्य मंत्रालय जैसे सीईऐ, डीओई, डीपीआईआईटी, एम्ओपी, स्टील मंत्रालय, एम्ईआईटीवाय के साथ संवाद का तीसरा संस्करण बीएचईएल संवाद 3.0’ का आयोजन किया। भारी उद्योग मंत्रालय के तत्वावधान में आयोजित यह कार्यक्रम 'अनुसंधान एवं नवाचार से विकास' विषय पर केन्द्रित था।

माननीय केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री, डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय ने अपने संबोधन में 'स्थानीय के लिए मुखर हों (वोकल फॉर लोकल)' होने के माननीय प्रधानमंत्री जी के आह्वान का हवाला देते हुए, उद्योग जगत को उनके सामने खड़ी चुनौतियों का समाधान निकालने और 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की आकांक्षा को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने भारी उद्योग मंत्रालय की 'वार्षिक क्षमता निर्माण योजना (एसीबीपीएस)' पर एक पुस्तिका जारी की। यह पुस्तिका माननीय प्रधानमंत्री जी के मिशन कर्मयोगी के विज़न के अनुरूप मंत्रालयों, विभागों एवं संगठनों में वर्षवार क्षमता निर्माण पहलों और प्रमुख रणनीतिक क्षेत्रों को रेखांकित करती है। उन्होंने इस अवसर पर बीएचईएल की अनुसंधान एवं विकास संग्रह पुस्तिका ‘अनुसंधान से आत्मनिर्भर’ का भी अनावरण किया।

श्री कामरान रिज़वी, सचिव (भारी उद्योग) ने इस अवसर पर अपने उद्बोधन में बताया कि भारी उद्योग मंत्रालय पूंजीगत माल और ऑटोमोटिव उद्योगों के विकास हेतु पारिस्थितिकी तंत्र उपलब्ध कराने की दिशा में वृहद स्तर पर काम कर रहा है। उन्होंने देश में औद्योगिक परिदृश्य को आकार देने में बीएचईएल की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि बीएचईएल ने विद्युत उत्पादन, पारेषण, परिवहन एवं रक्षा उपकरणों तथा प्रौद्योगिकियों की विस्तृत श्रृंखला विकसित एवं विनिर्मित की है, जिससे आयात पर भारत की निर्भरता को कम करने में काफी मदद मिली है। श्री रिजवी ने कहा कि बीएचईएल संवाद जैसी पहलें आत्मनिर्भर भारत के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता का प्रमाण हैं।

अपने संबोधन में संयुक्त सचिव (एचआई) श्री. विजय मित्तल ने संवाद 1.0 और 2.0 से सामने आए परिणामों और आयात प्रतिस्थापन और स्वदेशी विक्रेता पारिस्थितिकी तंत्र के विकास के लिए देश में ही उत्पादों के निर्माण में बीएचईएल द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की। उन्होंने संवाद 3.0 आयोजित करने के बीएचईएल के प्रयासों की सराहना की, जो एक व्यापक आउटरीच और अधिक भागीदारों को जोड़ने की गुंजाइश वाला एक समावेशी कार्यक्रम है।

इससे पहले कार्यक्रम की शुरूआत में; श्री कोप्पू सदाशिव मूर्ति, सीएमडी, बीएचईएल ने प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए, सभी हितधारकों से इस कार्यक्रम के तकनीकी सत्रों में सार्थक चर्चा करने, विचारों को गढ़ने और ऐसे वातावरण का निर्माण करने का आह्वान किया जो मुक्त संचार एव आपसी समझ को बढ़ावा दें।

इस अवसर पर आत्मनिर्भर भारत हेतु योगदान देने वाले बीएचईएल के सफल साझेदारों में से स्टार परफोरमर्स को माननीय केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय द्वारा सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के दौरान श्री. जय प्रकाश श्रीवास्तव, निदेशक (ई, आर एंड डी) और निदेशक (वित्त) – अतिरिक्त प्रभार ने बीएचईएल संवाद 3.0 में आयोजित विभिन्न तकनीकी सत्रों पर चर्चा की और सभी हितधारकों को उनकी सक्रिय भागीदारी और कार्यक्रम की सफलता के लिए धन्यवाद दिया।

 

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